LandRegistry Aadhar: अब बिना आधार कार्ड के नहीं होगी जमीन की रजिस्ट्री! सरकार का नया आदेश जानिए पूरी डिटेल

क्या आप जमीन खरीदने या बेचने की प्लानिंग कर रहे हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। हाल ही में सरकार ने एक नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत अब बिना आधार कार्ड के जमीन की रजिस्ट्री नहीं की जा सकेगी। यह फैसला प्रॉपर्टी ट्रांजैक्शन में पारदर्शिता लाने और फ्रॉड को रोकने के लिए लिया गया है। अगर आप भी जमीन से जुड़े किसी भी काम के लिए आगे बढ़ने वाले हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए काफी मददगार साबित होगा।

इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सरकार के इस नए आदेश में क्या-क्या प्रावधान हैं, आधार कार्ड क्यों जरूरी हो गया है, और इससे आपको क्या फायदा होगा। साथ ही, हम यह भी बताएंगे कि अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो आप क्या कर सकते हैं। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके और आप किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें।

क्या है सरकार का नया आदेश?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने जमीन की रजिस्ट्री के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। इसका मतलब यह है कि अब कोई भी व्यक्ति बिना आधार कार्ड के जमीन न तो खरीद सकेगा और न ही बेच सकेगा। यह नियम देशभर में लागू होगा और सभी राज्यों को इसे फॉलो करना होगा।

आधार कार्ड क्यों जरूरी हो गया है?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने यह फैसला कई कारणों से लिया है:

  • फ्रॉड को रोकना: पहले कई केस सामने आए हैं जहां एक ही जमीन को कई लोगों को बेच दिया जाता था। आधार कार्ड की मदद से ऐसे फ्रॉड पर रोक लगेगी।
  • पारदर्शिता: आधार कार्ड से जमीन के मालिकाना हक की पुष्टि आसानी से हो सकेगी।
  • बेनामी ट्रांजैक्शन पर रोक: इससे बेनामी जमीन खरीदने-बेचने पर भी रोक लगेगी।

क्या हैं नए नियम के फायदे?

सरकार के इस फैसले से आम लोगों को कई तरह के फायदे होंगे:

  • जमीन से जुड़े झगड़े कम होंगे।
  • प्रॉपर्टी डील में पारदर्शिता बढ़ेगी।
  • फर्जी दस्तावेजों की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
  • जमीन के मालिकाना हक को लेकर कन्फ्यूजन खत्म होगा।

अगर आधार कार्ड नहीं है तो क्या करें?

अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है, तो आपको जल्द से जल्द इसे बनवाना चाहिए। आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया काफी आसान है:

  • नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाएं।
  • आवेदन फॉर्म भरे और जरूरी दस्तावेज जमा करें।
  • बायोमेट्रिक डिटेल्स दर्ज कराएं।
  • कुछ ही दिनों में आपका आधार कार्ड तैयार हो जाएगा।

किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?

जमीन की रजिस्ट्री के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होगी:

  • आधार कार्ड (अनिवार्य)
  • पैन कार्ड
  • जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अगर जमीन किसी और के नाम है तो उसका आधार कार्ड

क्या होगा अगर आधार कार्ड नहीं दिखाया?

सरकार के नए आदेश के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति जमीन की रजिस्ट्री के समय आधार कार्ड नहीं दिखाता है, तो उसकी रजिस्ट्री नहीं की जाएगी। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप अपना आधार कार्ड हमेशा अपने पास रखें और समय-समय पर इसे अपडेट करते रहें।

क्या यह नियम सभी पर लागू होगा?

हां, यह नियम देश के सभी नागरिकों पर लागू होगा। चाहे आप किसी भी राज्य के हों या किसी भी वर्ग से ताल्लुक रखते हों, आपको जमीन की रजिस्ट्री के लिए आधार कार्ड दिखाना ही होगा। हालांकि, कुछ विशेष मामलों में छूट दी जा सकती है, लेकिन ऐसे केस बहुत कम होंगे।

क्या पहले से रजिस्टर्ड जमीन पर असर पड़ेगा?

अगर आपकी जमीन पहले ही रजिस्टर्ड है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह नया नियम सिर्फ नए ट्रांजैक्शन पर लागू होगा। पहले से रजिस्टर्ड जमीन पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।

क्या यह नियम किराए की जमीन पर लागू होगा?

नहीं, यह नियम सिर्फ जमीन की खरीद-बिक्री पर लागू होगा। अगर आप किसी जमीन को किराए पर ले रहे हैं या दे रहे हैं, तो आपको आधार कार्ड दिखाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, किराए के लिए भी कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है, जो राज्य के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं।

अगर आधार कार्ड में नाम गलत है तो क्या करें?

अगर आपके आधार कार्ड में नाम या कोई और जानकारी गलत है, तो आप इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से सुधार सकते हैं। आधार कार्ड में सुधार की प्रक्रिया भी काफी आसान है और इसे आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं।

क्या NRI भी इस नियम के दायरे में आएंगे?

हां, अगर कोई NRI भारत में जमीन खरीदना चाहता है, तो उसे भी आधार कार्ड दिखाना होगा। हालांकि, NRI के लिए कुछ अलग नियम भी हो सकते हैं, जिसके बारे में आपको अपने वकील या प्रॉपर्टी डीलर से जानकारी लेनी चाहिए।

क्या इस नियम से जमीन की कीमतों